खुशियाँ मिले या गम मिले मिल कर रहेंगे हम सदा आँच आये गर अपने वतन पर मर के करेंगे अपना हक़... खुशियाँ मिले या गम मिले मिल कर रहेंगे हम सदा आँच आये गर अपने वतन पर ...
रूठ गई क्यों बहारें वक्त से फ़िज़ा रख जला कर दिलों में हुस्न का नशा। रूठ गई क्यों बहारें वक्त से फ़िज़ा रख जला कर दिलों में हुस्न का नशा।
शीत-घाम-वर्षा सहते नित हंसकर हरा-भरा रखते ये वतन रूपी चमन। शीत-घाम-वर्षा सहते नित हंसकर हरा-भरा रखते ये वतन रूपी चमन।
प्रेमी अपनी प्रेमिका के बिछडने के बाद दर्द से सरोबार है, जब भी कोई उसका और चाहनेवाला मिलता है तब...!... प्रेमी अपनी प्रेमिका के बिछडने के बाद दर्द से सरोबार है, जब भी कोई उसका और चाहने...
जब तलक अपने लहू से न रंग जाऊँ बोलो कैसे दफ़न हो जाऊँ? जब तलक अपने लहू से न रंग जाऊँ बोलो कैसे दफ़न हो जाऊँ?
कितने संकट सहें, पर डटे रहें, लहू से सींचा था अपना चमन। करो कितने संकट सहें, पर डटे रहें, लहू से सींचा था अपना चमन। करो